• शालिनी प्रिया सिन्हा (वास्तु और ज्योतिष विशेषज्ञ)
घर या फ्लैट के कमरे, रसोईघर, पूजाघर, खिड़की, दरवाज़े और आलमारियां आदि के रख रखाव में दिशाओं का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। इसी कड़ी में हम आपको बताना चाहेंगे कि कैसे करीने से सजा हुआ घर आपके व्यक्तित्व में चार चांद ल
प्रमोद कौंसवाल (कवि, कहानीकार और पत्रकार)
प्रमोद तकरीबन 28 साल से पत्रकारिता के पेशे में हैं। अमर उजाला, जनसत्ता से लेकर सहारा तक। अख़बारी पत्रकारिता भी की और टीवी में भी बहुत वक्त गुज़ारा। लेकिन मन बसता है लिखने पढ़ने में। सो पत्रकारिता महज नौकरी बन गई और लेखन इनकी पहचान।
जश्न-ए-रेख़्ता, ३ दिवसीय वार्षिक महोत्सव जिसके जरिए उर्दू भाषा के जन्म और विकास का जश्न मनाया जाएगा। इस महोत्सव के जरिए ऊर्दू भाषा के जन्म और भारतीय उपमहाद्वीप में उसके विकास की सराहना और इसकी सुंदरता और बहुमुखी प्रतिभा के प्रति जागरुकता पैदा करना है। इस त्योहार में कविता, गद्य, नाटक, कला, सिनेमा , गायन, मुशायरा, पैनल चर्चा, फिल्म प्रदर्शन के माध्यम से उर्दू भाषा की महान विरासत क
साउथ कोरिया का यूपी कनेक्शन
साउथ कोरिया…इस देश को दुनिया ‘शांत सुबह की भूमि’ के रुप में भी जानती है। ये देश पूर्वी एशिया में कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिणी अर्धभाग को घेरे हुए है। भारत के साथ भी दक्षिण कोरिया के व्यापारिक और आर्थिक रिश्ते अच्छे रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच एक मजबूत पारंपरिक रिश्ता भी है जि
• प्रदीप सिन्हा
दीवार पर उकेरे गए सात रंग और हर एक रंग की अलग कहानी। रचनात्मकता का मिश्रण और अभिव्यक्ति की आज़ादी, ये कुछ तस्वीरें अपने आप में बहुत कुछ बयां कर जाती हैं। राजधानी दिल्ली की चकाचौंध और भागदौड़ के बीच एक छोटा सा इलाका है शाहपुर जट, कहनेवाले तो इसे गांव भी कहते हैं लेकिन इन छोटी छोटी इमारतों और पतली गलियों म
बाजीराव मस्तानी फिल्म के मस्तानी लोकजीवन से कुछ अलग हट कर नयी चर्चा का केंद्र बनी। जरूरी नहीं कि फिल्म का सारा कथानक सही ही हो। मस्तानी महाराजा छत्रसाल की बेटी नहीं थी, लेकिन उसे किसी राजकुमारी जैसा ही पाला गया था और उसके लिए महल भी बनाया था। आज यहां भारी भीड़ उमड़ रही है। लेकिन लोगों ने इस महल को बुरी दशा मेें पहुंचा दिया
बुंदेलखंड की एक से एक शानदार धरोहरें यहां की आन-बान और शान को बयान करती हैं। आज यह इलाका सूखा और कृषि संकट से तबाह है। तो भी यहां की प्राकृतिक संपदा से लखनऊ और भोपाल का खजाना भर रहा है। यहां कदम कदम पर बिखरी धरोहरें ध्वस्त हो रही हैं। उनको हम दोबारा बना तो नहीं सकते। लेकिन इनको सहेजना कठिन नहीं है। थोड़ा धन व्यय होगा तो इसक
शब्द का अपकर्ष भाषा की हत्या है। विकलांग शब्द का दिव्यांग किया जाना मैं एक शब्द की हत्या मानता हूं। संवेदनशील समाज तो विकलांग शब्द का प्रयोग पहले भी बेहद सम्मान के साथ किया करता था। बस, ट्रेन या किसी भी अन्य स्थान पर विकलांग बंधुओं के लिए संवेदनशील लोग सदैव सहानुभूति रखते हैं। जिन लोगों की सोच बदलने के लिए दिव्यांग शब्द लाया गया है, उनके लिए त
लखनऊ के जानकीपुरम में एसवीपी इंटर कॉलेज के नन्हें बच्चों ने धूम धाम से जन्माष्टमी मनाई। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच दही हांडी फोडने का भी दिलचस्प कार्यक्रम हुआ और न्नहें बच्चों ने कृष्ण के वेष में हांडी की मटकी फोड़कर उल्लास के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया। इस मौके पर स्कूल के प्रबंधक राहुल सेन समेत तमाम अध्याप
दिल्ली की जामा मस्जिद के बारे में आपने खूब सुना होगा। लखनऊ, भोपाल, आगरा जैसे तमाम ऐतिहासिक शहरों में मुगलों ने जामा मस्जिदें बनवाईं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रही दिल्ली की जामा मस्जिद। वास्तुकला की अनोखी मिसाल और आपसी भाईचारे की कई कहानियां खुद में समेटे हुए। मौजूदा दौर में बेशक सियासत ने इस पाक जगह को अपनी गिरफ़्त में ले लिया हो, लेकिन दुनिया जहान में इस बेहतरीन मस्जिद जैसी कोई